जाँच 2- अनुशासन
(a) अपनी टोली, टोली पताका, निनाद, गीत, पैट्रोल कॉर्नर, क्राई
(स्का.)व पैट्रोल काल (स्का )जाने और टोली सभा में भाग ले।
टोली (पैट्रोल)-
टोली विधि स्काउटिंग का प्राण है।
एक टूप/कम्पनी में 12 से 32 तक स्काउट्स/गाइड्स होते हैं । दल
को टौलियों में विभाजित किया जाता है। प्रत्येक टोली में एक
टोलीनायक व एक सैकेण्ड को मिलाकर 6 से 8 स्काउट/गाइड होते
हैं।स्काउट टोली का नाम पशु-पक्षियों के नाम पर तथा गाइड टोली
का नाम पुष्पों के नाम पर रखा जाता है।
टोली पताका (Flag)-
प्रत्येक टोली की
एक टोली पताका होती है इसे सफेद कपड़ेसे त्रिभुज के
आकार में बनाया जाता है। इस पर बीच में लाल रंग से
टोली का चिह्न बनाया जाता है। टोली पताका का आधार
20 सेमी. तथा दोनों भुजाएँ 30-30 से.मी. की होती हैं।
20cm
30cm
निनाद व गीत-
स्काउट-अपनी टोली के पशु/पक्षी तथा गाइड-पुष्प
के अनुरूप निनाद व गीत तैयार करते हैं। वे इसे टोली की मीटिंग व हाइक आदि
के अवसर पर गाते हैं।
पैट्रोल कॉर्नर-
स्काउट-गाइड गतिविधियों के संचालन, स्काउट-
गाइड रिकॉर्ड व शिविर के सामान आदि के लिये निर्धारित कमरे को स्काउट
क्लब रूम/गाइड क्लब रूम कहते हैं। प्रत्येक टोली को इसी कमरे का एक-एक
कोना दे दिया जाता है जिसे वे टोली परिचय, मॉडल, चार्ट व गेजेट आदि से
सजाते हैं इसे ही पैट्रोल कॉर्नर कहते हैं।
पैट्रोल काल या क्राई-
(टोली की पुकार ) ( केवल स्काउट
प्रत्येक स्काउट को अपनी टाली के पशु-पक्षों को आवाज बालना आना
चाहिए। इसे पेट्रोल काल कहते हैं। हाइक के समय जंगल में इस आवाज के
द्वारा अपनी टोली को एक स्थान पर एकत्रित कर सकते हैं। ट्रप मीटिंग में रैली
कॉल करते समय अपनी-अपनी टोली की आवाज करते हुए रैली स्थल पर
पहुंचते हैं।