भारत स्काउट-गाइड प्रार्थना-
{रचयिता-वीरदेव वीर-(पंजाब)। इसे 90 सैकेण्ड में गायें }
दया कर दान भक्ति का हमें परमात्मा देना।
दया करना, हमारी आत्मा में शुद्धता देना ॥
हमारे ध्यान में आओ, प्रभु आँखों में बस जाओ।
अंधेरे दिल में आकर के, परम ज्योति जगा देना।
बहा दो प्रेम की गंगा, दिलों में प्रेम का सागर ।
हमें आपस में मिलजुल कर, प्रभु रहना सिखा देना॥
हमारा कर्म हो सेवा, हमारा धर्म हो सेवा।
सदा ईमान हो सेवा व सेवक चर बना देना ॥
वतन के वास्ते जीना, वतन के वास्ते मरना।
वतन पर जां फिदा करना, प्रभु हमको सिखा देना ॥
दया कर दान भक्ति का, हमें परमात्मा देना।
दया करना,हमारी, आत्मा में, शुद्धता देना
झण्डा गीत
{रचयिता-दयाशंकर भट्ट-(देहरादून)}
भारत स्काउट-गाइड झंडा, ऊँचा सदा रहेगा,
ऊँचा सदा रहेगा झण्डा, ऊँचा सदा रहेगा।
नीला रंग, गगन सा विस्तृत, भ्रातृ भाव फैलाता,
त्रिदल कमल नित तीन प्रतिज्ञाओं की याद दिलाता।
और चक्र कहता है प्रतिपल, आगे कदम बढ़ेगा,
ऊँचा सदा रहेगा झण्डा ऊँचा सदा रहेगा।
भारत स्काउट-गाइड झंडा, ऊँचा सदा रहेगा॥1॥
ये चौबीसों अरे चक्र के हमसे प्रतिपल कहते,
सावधान चौबीसों घंटे हममें हैं बल भरते।
तत्पर सदा रहें सेवा में जीवन सफल बनेगा,
ऊँचा सदा रहेगा झंडा ऊँचा सदा रहेगा॥2॥
परहित रक्षा में हम जीवन हँस-हँस देदें अपना,
इस झंडे पर मर-मिटने का है सुखदाई सपना।
सेवा का पथ दर्शक झंडा घर-घर में फहरेगा,
ऊँचा सदा रहेगा झंडा ऊँचा सदा रहेगा।
भारत स्काउट-गाइड झंडा ऊँचा रहेगा॥3॥
(नोट : इस गीत में कुल तीन अन्तरे हैं। ध्वजारोहण के
समय केवल पहला अंतरा 45 सैकेण्ड में गाया जाता है।)